

आकाश पवार,पेंड्रा। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में मालवाहक वाहनों में सवारियां ढोने का क्रम बंद नहीं हो रहा है। बार-बार हादसों से कोई सबक नहीं ले रहा है। जब कोई हादसा होता है तो इस पर बहस होती है। उसी समय नियमों की याद भी आती है लेकिन फिर वही सिलसिला बदस्तूर जारी रहता है। दो दिन पूर्व ही एक मालवाहक वाहन पिकअप अमरकंटक से लौटते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जिस घटना में कई लोग घायल भी हुए थे। ये लोग मालवाहक वाहन पिकअप में सवार होकर मध्यप्रदेश के अमरकंटक से वापस अपने गांव अनूपपुर जिले के भेलवा जा रहे थे। उसी दौरान यह हादसा हो गया था। यह हादसा होने के बाद शहर में भी इसकी चर्चा थी। लेकिन इसके बाद भी लोगों को अपने जान माल की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है। जबकि इसतरह के हादसे आए दिन होते रहते हैं।

मालवाहक वाहन में भरभरकर यात्रियों को ले जाता है: मालवाहक वाहनों का उपयोग अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के द्वारा किया जाता है। इन्हें यदि किसी कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए दूसरे गांव जाना होता है तो ये पैसे बचाने के चक्कर में अधिकतर मालवाहनो का ही उपयोग करते है। जिसका नतीजा कई लोगों की मौत और कई हमेशा के लिए अपने अंगों को खो देते हैं। दर्दनाक हादसे लम्बे समय तक गहरे जख्म भी दे जाते हैं।

जगह जगह सीसीटीवी इसके बाद भी चालकों को कार्यवाही डर नही: गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के साथ साथ यातायात सुरक्षा को लेकर जगह जगह कैमरा भी लगाए हैं। बावजूद इसके मालवाहक चालकों और लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाने वालों में पुलिस का ख़ौफ़ नही नजर आता है।
मोटर व्हीकल एक्ट के खुले आम हो रहा उल्लंघन: मोटर व्हीकल एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केवल मात्र मालवाहक वाहनों को सामान ढोने के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है। इसमें सवारियां बैठाने पर पाबंदी है। इसके बावजूद इसके नियमों का उल्लंघन हो रहा है।