सुर्खियां

शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह – 2025 का हर्षोल्लास सहित आयोजन

कोटा – शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा बिलासपुर (छ.ग.) में दो दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2025 का आयोजन छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद रायपुर द्वारा प्राप्त अनुदान के माध्यम से दिनांक 10-11, मार्च 2025 को किया गया। सम्पूर्ण कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य एवं संरक्षक डॉ. नाज बेंजमीन ने किया और कार्यक्रम में का मंच संचालन का दायित्व अंग्रेजी विभाग के विभागध्यक्ष डॉ. शांतनु घोष ने संभाला।


महाविद्यालय के भौतिक शास्त्र विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ. विनीत कुमार मन्नाडे ने जानकारी देते हुवे बताया कि छात्र-छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने और नवाचार एवं क्रियात्मकता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न रोचक प्रतिस्पर्धा जैसे रंगोली, निबंध लेखन, चित्रकला एवं विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय की सभी संकायों के छात्र-छात्राओं ने उत्साह सहित भाग लिया। साथ ही युवाओं मे वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नवाचार एवं शोध करने की इच्छा शक्ति विकसित करने तथा विज्ञान की गहरी समझ को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम के दूसरे दिन  दिनांक 11 मार्च को विषय विशेषज्ञो का व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया, इस सत्र का आरम्भ माता सरस्वती और डॉ. सी. वी. रमन की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण और दीपप्रज्वलन, साथ ही महाविद्यालय की एम. ए. की छात्रा नंदिनी श्रीवास्तव द्वारा छ.ग. की राजकीय गीत गायन प्रस्तुत किया गया, तत्पश्चात महाविद्यालय में पधारें विषय विशेषज्ञ का स्वागत और संक्षिप्त परिचय देते हुए अध्यक्षी उद्बोधन में प्राचार्य नाज बेंजामीन कहा की यह कार्यक्रम महाविद्यालय के छात्र छात्राओं में शोध अभिरूचि कों जागृत करने, वैज्ञानिक और आधुनिक तकनिकों का महत्व समझने और भविष्य के क्रियान्वयन की योजना बनाने, अपने लक्ष्य की प्राप्ति करने के लिए अत्यंत महत्वकारी सिद्ध होंगी साथ ही बताया की विज्ञान का विस्तार इतना वृहद रूप लेता जा रहा है की भविष्य में आने वाली तकनिकों का उपयोग समाज के प्रत्येक वर्ग कों लाभ दायक होगा वर्तमान युग सूचनाओं का युग है और सुचना निराकार है इसका बढ़ता स्वरुप हमारे जीवन कों सरल बनाने में निर्णायक है, अंत में कार्यक्रम में पधारें सभी श्रोताओं और अतिथियों का पुनः स्वागत किया और कार्यक्रम के आरम्भ की घोषणा करते हुए सम्पूर्ण महाविद्यालय परिवार कों शुभकामनायें दी।
इस सत्र के व्याख्यान दिवस के प्रथम पाली में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के भौतिकी एवं खगोल भौतिकी विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. एन.के. चक्रधारी ने विद्यार्थियों को अंतरिक्ष विज्ञान से संबंधित *तारों का जीवन* नामक शीर्षक से तारों के बनने, विकसित होने एवं उनके अंतिम पड़ाव के बारे में विस्तृत जानकारियां प्रदान की विद्यार्थियों ने भी रुचिगत होते हुए संबोधित विषय पर अपने प्रश्न पूछे जिसका जवाब डॉ. चक्रधारी द्वारा बहुत ही सरल शब्दों में दिया गया।
इस सत्र के द्वितीय व्याख्यान पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय बिलासपुर के जीव विज्ञान विभाग के निदेशक डॉ. धनंजय मिश्र ने *भारतीय ज्ञान परंपराओं में विज्ञान का इतिहास* विषय पर व्याख्यान देते हुए भारतीय ज्ञान परंपरा एवं भारतीय वैज्ञानिकों एवं उनके महत्वपूर्ण शोध कार्यों के बारे में बताया।
कार्यक्रम के द्वितीय पाली के प्रथम सत्र में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के शुद्ध एवं अनुप्रयुक्त भौतिकी विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ. पी. रामबाबू ने *ताप विद्युत- एक वैकल्पिक ऊर्जा* एवं द्वितीय सत्र में डॉ. जी. आर. तुरपू ने *विज्ञान में उच्च शिक्षा एवं शोध के अवसर* विषय पर अपने-अपने व्याख्यान दिए और विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा की पढ़ाई और शोध कार्य करने के लिए प्रेरित करते हुए विकसित भारत के निर्माण में उनकी अहम भूमिकाओं के बारे में विस्तृत जानकारियों कों साझा किया।


व्याख्यान कार्यक्रम के समापन समारोह में पधारे सभी विषय विशेषज्ञों का सम्मान स्मृति चिन्ह और प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान कर किया गया। उसके पश्चात प्रथम दिवस को आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को स्मृति चिन्ह एवं प्रशंसा प्रमाण पत्र तथा व्याख्यान दिवस के कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्राओं को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। दो दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2025 कार्यक्रम का समापन की घोषणा गणित विभाग के विभाग अध्यक्ष एवं कार्यक्रम समन्वयक श्री वाय.के. उपाध्याय ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में भागीदारी निभाने वाले सभी विषय विशेषज्ञों को उनके महत्वपूर्ण जानकारियां एवं अमूल्य समय प्रदान करने हेतु, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं प्राचार्य डॉ. नाज बेंजमीन तथा कार्यक्रम संयोजक डॉ. विनीत मन्नाड़े, सम्पूर्ण कार्यक्रम की रुपरेखा बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा करने के लिए क्रीड़ा अधिकारी राजेश सिंह और महाविद्यालय ग्रन्थपाल विकास जायसवाल साथ ही कार्यक्रम के प्रमुख कड़ी समस्त श्रोतागण प्राध्यापको, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं और छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रोधोगिकी परिषद रायपुर को अनुदान प्रदान करने और समस्त सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए किया गया।

Back to top button
error: Content is protected !!