
जैन धर्म द्वारा भाद्र पद मास के पंचमी से शुरू होकर भाद्रपद अनंत चतुर्दशी के दिन तक 10 धर्मो की विशेष पूजा पाठ अनुष्ठान कराया जाता है
जैन समाज के अध्यक्ष नीरज जैन ने बताया की जैन समाज पेंड्रा द्वारा 10 दिनों तक अलग अलग उत्तम क्षमा,उत्तम आर्जव,उत्तम मार्जव,उत्तम शौच,उत्तम सत्य,उत्तम संयम,उत्तम त्याग,उत्तम तप,उत्तम आकिंचन्य,उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की विधि विधान से पूजा की गई एवं पेंड्रा नगर में रहने वाले सभी लोगो के समृद्धि एवं खुशहाली की कामना जिनेन्द्र प्रभु से की गई।सांगानेर राजस्थान से आए हुए विद्वान पंडित राजेश शास्त्री जी के प्रतिदिन मंगल प्रवचन के साथ समाज द्वारा हर दिन बच्चो एवं बड़ो की प्रतियोगिताएं,धार्मिक नाटिकाएं,भजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए,महिला मंडल की तरफ से नंदा जैन के नेतृत्व में चंदन बाला नाटिका की सुंदर चित्रण किया गया।आदिश्वर पाठशाला के बच्चो द्वारा सुंदर और मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई,अंतिम दिन अनंत चतुर्दशी के दिन जैन मंदिर के मूल नायक 1008 श्री शांतिनाथ भगवान को विमान जी में बैठाकर पूरे पेंड्रा नगर की समृद्धि एवं खुशहाली के लिए नगर भ्रमण कराया गया।इसमें समाज के बुजुर्ग,बड़े,महिलाए एवं बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए।
जैन समाज के अध्यक्ष नीरज जैन ने बताया की जैन समाज पेंड्रा का क्षमावाणी उत्सव कार्यक्रम 21 सितंबर को सर्वोदय तीर्थ क्षेत्र अमरकंटक में तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष प्रमोद जैन जी की उपस्थिति में मनाया जायेगा और वही सभी से क्षमापना के उपरान्त पर्युषण पर्व की समाप्ति होगी।
पर्युषण पर्व में सफल संचालन में जैन समाज का विशेष योगदान रहा।