
ठा. प्रेम सोमवंशी (कोटा) अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर से संबद्ध शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा एनएसएस स्थापना दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया।

स्वयंसेवकों को मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए अभिमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया तथा उत्कृष्ठ स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मनित किया गया. विद्या की देवी माँ सरस्वती एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रतीक पुरुष स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से कार्यक्रम की शुरुवात की गई. इसके पश्चात स्वयंसेवक अंजली, अनिता, श्वेता, निशा, ऐश्वर्या एवं साथियों के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य गीत, उठें समाज के लिए उठें, जगें स्वराष्ट्र के लिए जगें प्रस्तुत किया गया.

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संरक्षक प्रो. बी. एल. काशी ने बताया कि युवा किसी भी राष्ट्र के विकास का आईना होते हैं. अनुशासन युवाओं का आभूषण है, राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं को संस्कारित करने का उपक्रम है. राष्ट्र्रीय सेवा योजना का मूल लक्ष्य समाज सेवा के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास करना है. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रो. ए. के. पाण्डेय ने अपने उद्बोधन में युवाओं से आह्वान किया कि वे जिस समाज में काम करते है, उसकी आवश्यकताओं का अनुभव करें, सेवा के कार्यों को मन लगाकर करें एवं शिक्षा के साथ साथ व्यवहारिक ज्ञान भी अर्जित करें।

विशिष्ट अतिथि राजनीतिशास्त्र विभाग के डॉ. जे. के. द्विवेदी ने स्वयंसेवकों की भूमिका एवं कर्तव्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि एनएसएस का आदर्श वाक्य है ‘मैं नहीं आप’ जो कि मानव सेवा एवं युवा प्रेरणा के प्रतीक पुरूष स्वामी विवेकानन्द के आदर्शों पर चलना सिखाता है. कार्यक्रम अधिकारी शितेष जैन ने आज भी हमारे समाज में अशिक्षा, अज्ञानता एवं कुरीतियों का बोलबाला है, ऐसी स्थिति में युवाओं का दायित्व है कि वे इन्हें दूर करने में अपना योगदान दें. उन्होंने स्वयंसेवकों के द्वारा किये गए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम तथा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की उपलब्धियों की जानकारी प्रदान की तथा स्वयंसेवकों से लक्ष्य, आचरण और अनुशासन में संतुलन बनाए रखते हुए स्थापना दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाने की अपील की।

कार्यक्रम का संचालन राजनीतिशास्त्र विभाग की गरिमा देव पुजारी ने किया. वरिष्ठ स्वयंसेवक मोहन वैष्णव एवं अंजली गुप्ता ने राष्ट्रीय सेवा योजना के अपने अनुभव साझा किये. इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, कर्मचारी एवं स्वयं सेवकों की सक्रिय सहभागिता रही।