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70 वर्षो से नगर दशहरा उत्सव समिति द्वारा चलित रावण, कुम्भकर्ण की निकाली जाती है झाँकी, चलित झांकियों ने मन मोहा*

कोटा – कोटा नगर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दशहरा पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया।

नगर दशहरा उत्सव समिति के द्वारा पिछले 70 वर्षों से रावण व कुंभकरण का चलित पुतला बनाकर पूरे नगर में घुमाया जाता है कोटा नगर के मंडी पास रावण व कुंभकरण के चलित पुतले का दहन किया जाता है।

नगर दशहरा उत्सव समिति के फूलचंद अग्रहरि जी ने बताया की देश में सिर्फ एकमात्र कोटा नगर है जहां दशहरा पर्व में रावण व कुंभकरण का चलित पुतला निकाला जाता है। जिसे पूरे नगर में घुमाया जाता है साथ ही चलित झांकियों व स्थल झांकियां को पुरस्कार वितरण किया जाता है यह परंपरा विगत 70 सालों से लगातार जारी है और आगे भी जारी रहेगा।

दशहरा के कोटा नगर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में झांकी निर्मित कर नगर में घुमाया जाता है जिसे देखने हजारों की संख्या में कोटा नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के लोग पहुँचते है।

नगर दशहरा उत्सव समिति द्वारा हर वर्ष चलित झांकियों सहित स्थल झांकियों को पुरस्कार वितरण किया जाता है। इस वर्ष भी चलित झांकियों व स्थल झांकियों को पुरस्कार वितरण किया गया। जिसमें स्थानीय पांच सम्मानीय निर्णायकों के द्वारा निर्णय लिया जाता है।

इस वर्ष चलित झांकियों में माँ पार्वती द्वारा शिव जी को जल अभिषेक को प्रथम पुरस्कार 21000 रुपये मिला तो वही द्वितीय पुरस्कार झूपट झूपट आबे दाई को 15000 रुपये मिला व तृतीय पुरस्कार सावित्री द्वारा यमराज से निवेदन को 11000 रुपये दिया गया।

कोटा नगर में माँ दुर्गा जी की स्थल झांकी बनाई गई है जिसमें प्रथम पुरस्कार माँ नारायडी दुर्गा उत्सव समिति डोंगरीपारा को मिला व द्वितीय पुरस्कार गाँधी बाग की माता रानी थाना ग्राउंड को दिया गया, तृतीय पुरस्कार माँ आदिसक्ति दुर्गा उत्सव समिति बस स्टैंड को सील्ड दिया गया।

दशहरा पर्व में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कोटा थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग सहित पुलिस स्टाप लगातार नगर में पैदल मार्च करती रही जिससे नगर में शांति व्यवस्था कायम रही।

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