
राहुल यादव (लोरमी/मुंगेली) छः दिवसीय हिंदुत्व जागरण के प्रथम दिवस पर आयोजित रक्तदान महायज्ञ ऐतिहासिक व बहुत ही जागरूकता से भरा रहा। 184 बन्धुओं ने रक्तदान किया।360 लोगों ने रक्त जांच कराया।50साल की दम्पत्ति ने एक साथ रक्तदान किया।नए रक्तवीरों ने जबरदस्त उत्साह दिखाते हुए कीर्तिमान स्थापित किया है।इस महायज्ञ में पहली बार रक्तदान करने वाले बन्धु भगिनी की संख्या अधिक रही। 18 वर्ष से ऊपर हर उम्र के लोगों ने बढ़ चढ़ कर रक्तदान महायज्ञ में अपनी आहुति चढ़ाई।महिलाओं में खासा उत्साह नजर आया।

जांच कराने वालों में महिलाएं सबसे आगे रही।जनप्रतिनिधियों, ग्रामवासियों,युवावर्ग सभी की सहभागिता बराबर मिला।रक्तदाताओं को यातायात जागरूकता की दृष्टि से हेलमेट वितरित किये गए साथ ही रक्तमित्र कार्ड,प्रशस्ति पत्र भी दिया गया।रक्तदान करने आये लोगों ने उत्साह पूर्वक रक्तदान किया।इस बार ज्यादा जानकारी व जागरूकता का सन्देश गया।लगभग 157 स्थानों से लोग आए,जिले के सभी विकासखण्ड व बड़े ग्रामों से लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था।हरेक घर में रक्तवीर सैनिक बनकर आत्मविश्वास के साथ अपने स्वजनों को रक्त दे सकें व भ्रम का उन्मूलन हो यही शिविर लगाने हेतु है।मन से डर भगे,आत्मविश्वास जगे,अपनत्व पनपे,सेवा के लिए लोग आए,सबको साथ लाएं तो रक्त अल्पता की समस्या दूर हो सकती है।कुछ ही समय पूर्व इस कार्यक्रम की योजना बनीं एक दो बैठकों में दुर्गा वाहिनी की बहनें,सेवा भारती के कार्यकर्ताओं ने मिलकर वृहद जनजागरण अभियान के तहत डिजिटल माध्यमों का सदुपयोग करके,अनेक गांवों में युवाओं व बहनों का बैठक करके वातावरण बनाने का प्रयास किया।फोन से सम्पर्क,व्यक्तिगत बातचीत, आपसी संवाद,एक एक व्यक्ति का नियोजन हुआ।लोगों ने स्वतः भी आकर रक्तदान किया।ग्राम झझपुरी खुर्द नवापारा के ग्रामवासियों ने व्यवस्थित रूप से कार्यक्रम का संचालन किया।सभी क्षेत्र से सभी जातिवर्ग,राजनीतिक दल,संस्थाएं, व अलग अलग प्रोफेशन के लोगों ने ऐतिहासिक आयोजन को मूर्त रूप दिया।बच्चों ने नजदीक से रक्तदान का महत्व समझा।बारी बारी से सभी रक्तवीरों का सम्मान भी किया गया।24 बेड,दो पंजीयन काउंटर,पंखें,कूलर,अल्पाहार हेतु स्थान व आकर्षक फ्लैक्स बैनरों के माध्यम से रक्तवीरों की सुविधा ख्याल रखा गया।डॉक्टरों की टीम पूरी निष्ठा से प्रत्येक रक्तदाता को संवाद किए।आगे भी छः दिन तक योग,यज्ञ हवन पूजन व अलग अलग वक्ताओं के द्वारा समाज का प्रबोधन किया जाएगा।विश्वा धारम रक्तमित्र बिलासपुर का भी सहयोग मिला।युवाओं द्वारा इस पहल की भूरी भूरी प्रशंसा की जा रही हैं।एक अच्छी स्मृतियों के साथ रक्तदान महायज्ञ का समापन हुआ।आगे भी इसप्रकार के आयोजन करने की बात दोहराई गई।