
राहुल यादव (लोरमी/मुंगेली) मेरा गांव मेरा परिवार समूह बनाकर गांव वाले शोक संतप्त परिवार का कर रहे आर्थिक सहयोग। लोरमी विधानसभा के सबसे अंतिम बूथ ग्राम बटहा के ग्रामीणों ने शानदार पहल करते हुए मृतक परिवार को दशगात्र में आर्थिक सहयोग देने की परंपरा प्रारंभ की है।इसके तहत समस्त ग्रामवासी आपस में सहयोग राशि इकठ्ठा करते हैं और संग्रहित करके एक साथ शोक संतप्त परिवार के घर पहुँचकर सहयोग राशि व पौधे भेंट करते हैं।इस प्रकार के कामों को गांव के सभी जाति समुदाय के लोग मिलकर करते है।खास बात ये है कि इसमें शोक में डूबे परिवार की मदद हो जाती है,पुरखों के नाम एक पौधा लगाया जाता है।पेड़ नहीं हम प्राण लगाबो परिवार लोरमी इकाई के सक्रिय सदस्य नरेन्द्र कश्यप शिक्षक ने बताया कि इससे गांव के लोगों का जुड़ाव होता है।

सबका सहयोग दुखी परिवार को सम्बलता देता है।सबको कुछ न कुछ करने का काम मिलता है।पौधारोपण करने से प्रकृति को संरक्षित करने का सन्देश भी चला जाता है और सहयोग राशि से आर्थिक समस्या भी दूर हो जाती है।मेरा गांव मेरा परिवार के कारण स्वाभिमान भी जगता है।गांव के लोग गांव के लिए साथ खड़ा होते है।वहीं इस विषय को नई पीढ़ी के युवाओं के बड़ा सीख व सँस्कार मिलता है।सामाजिक समरसता बढ़ती है गांव में सौहार्दपूर्ण वातावरण रहता है।अब तक 06 मृतक परिवारों को आर्थिक सहयोग प्रदान किया जा चुका है।आगे भी इस पहल को जारी रखने की योजना है।इस अवसर मेवाराम,चंद्रप्रकाश कश्यप,अनेज राम निषाद,नीलेश दीक्षित,हितेश कश्यप,सिद्धार्थ, मुकेश,मनोज ठाकुर,अरुण,दिनेश,कमलू,नारायण,घनश्याम यादव आदि सम्मिलित रहे।