
कोटा – शासकीय निरंजन केशरवानी कालेज कोटा के ग्राम अमने में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना कैम्प में यातायात जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत यातायात की पाठशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित सभी ग्रामवासियों, विद्यार्थियों, अधिकारी एवं कर्मचारियों को यातायात नियमों के पालन की शपथ दिलाई गयी तथा यातायात सम्बन्धी नियमों की जानकारी दी गई।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता छ.ग. शासन के यातायात विभाग के राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत सब इंस्पेक्टर उमाशंकर पाण्डेय ने विद्यार्थियों को बताया कि अपने अमूल्य जीवन को बचाने के लिए ज़रूरी है कि यातायात नियमों का सावधानी से पालन किया जाए. उन्होंने इस जागरूकता अभियान में
सडक क्रास करने के तरीके, यात्रा के दौरान हेलमेट लगाने,
बिना ड्रायविंग लायसेंस एवं बिना बीमा वाहन न चलाने, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करने, शराब पीकर वाहन न चलाने, रेड लाईट जंपिंग एवं ओवर स्पीडिंग की रोकथाम, ट्रैक्टर-ट्राली, ट्रक में अतिरिक्त सवारी न बिठाने, कार में सीट बेल्ट बांधने जैसे नियमों की जानकारी देते हुए यातायात जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया।

यातायात विभाग के राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत शैलेंद्र सिंह ठाकुर ने विभिन्न गीत, कविताओं और उदाहरणों के माध्यम से विद्यार्थियों एवं ग्रामवासियों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने विभिन्न ट्रैफिक संकेतों के के माध्यम से छात्रों को यातायात नियमावली एवं सुरक्षा की जानकारी दी।

कार्यक्रम अधिकारी शितेष जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिदिन कई लोग सड़क दुर्घटनाओं के कारण मरते हैं और उनका खून सड़कों पर बेकार जाता है, जो न समाज के काम आता और न देश के काम आता है. इसलिये अपने अमूल्य जीवन को बचाने के लिए ज़रूरी है कि यातायात नियमों का सावधानी से पालन किया जाए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के डॉ. विनीत कुमार मन्नाडे ने डिजिटल साक्षरता के लिए युवा थीम के अंतर्गत डिजिटल साक्षरता और साइबर क्राइम के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी प्रदान की. उन्होंने किसी भी व्यक्ति को अपने बैंक अकाउंट, मोबाइल का पासवर्ड या ओटीपी देने से मना करते हुए तकनीक का सकारात्मक प्रयोग करने और इसके दुरुपयोग से होने वाली हानि के बारे में अवगत कराया। महाविद्यालय के ग्रंथपाल विकास कुमार जायसवाल ने शिक्षा को जीवन में सफलता प्राप्त करने का एकमात्र माध्यम बताते हुए विद्यार्थियों एवं ग्रामवासियों को अच्छी पुस्तकों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया. कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेवक शुभम कुमार यादव एवं मोहन वैष्णव के द्वारा किया गया. कार्यक्रम अधिकारी शितेष जैन के द्वारा सभी का आभार प्रदर्शन किया गया. इस जागरूकता कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक उपस्थित थे।
