
कोटा – पर्यावरण असंतुलन से ग्लोबल वार्मिग ,वैश्विक समस्या के रुप मे रुपांतरित हो रहा है जिसके भयावह परिणाम से हम अवगत ही हैं। इस वर्ष की गर्मी ने 48 ℃ को पार कर लिया था।
बढ़ती गर्मी ने ए.सी.एवं कूलर की मांग में असाधारण वृद्धि कर दी थी। परिणामतः CFC और CO,कार्बन डाई आक्साइड की मात्रा वातावरण में बढ़ती जा रही है। जिससे प्रतिवर्ष गर्मी में गुणोत्तर वृद्धि हो रही है।

हम भौतिक संसाधनों का उपयोग कर कुछ समय के लिए राहत तो पा सकते हैं पर पूर्णकालिक समाधान हमें प्रकृति के मौलिक स्वरुप से ही प्राप्त होगा। हम शासकीय कर्मचारी अपने पदीय कर्तव्य के साथ -साथ व्यस्तम जीवन से यदि पर्यावरण की प्रदुषण को कम करना चाहते हैं और प्रकृति के वास्तविक स्वरुप में उसे लाना चाहते हैं ,प्राकृतिक संसाधनों का समुचित प्रयोग करना चाहते हैं तो इसका सबसे सरल माध्यम ” पेड़ ” लगाना ही है।

संघ के प्रदेश मिडिया प्रभारी श्री ओमप्रकाश चंद्रवंशी ने बताया कि 1 जुलाई से कृषि वर्ष प्रारंभिक दिवस को पूरे प्रदेश में वृक्षारोपण किया गया इसी तारतम्य में बिलासपर जिले के सभी 12 तहसील एवं तहसील क्षेत्र में लगभग 200 पेड़ पौधे लगाए गए एवं पूरे प्रदेश मे 1500-2000 पेड़ पौधे लगाए गए हैं।
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि प्रकृति के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन कर औरों को वृक्षारोपण के प्रति प्रेरित करें पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ ” का अभियान में दिनांक 1/07/24 से 7/7/2024 तक चलेगा जिसमें समस्त राजस्व कर्मचारी/अधिकारी सूबह 8 से 11बजे तक अपना श्रम दान करते हुए प्रकृति को उसका मौलिक सौंदर्य प्रदान करने अपना यथेष्ठ सहयोग प्रदान करेंगे। साथ ही बताया कि संघ द्वारा वृक्षारोपण अभियान को “हरियाली सप्ताह” के रूप में मनाया जायेगा जो कि दिनांक 1जुलाई से 7 जूलाई तक चलेगा जिसमें 5000 पौधे लगाने का संकल्प लिया गया है यह कार्यक्रम नीलमणी दुबे – प्रान्ताध्यक्ष छ. ग. कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ, दीपचंद भारती – प्रान्ताध्यक्ष छ. ग राजस्व निरीक्षक संघ, भागवत कश्यप- प्रान्ताध्यक्ष राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में मनाया जायेगा।
