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डाँग विमला सीधे पहुँची संदेहियों के घर, जमीन विवाद के कारण हुई थी अधेड़ की हत्या

बिलासपुर – जिले की ट्रैकर डॉग विमला ने अंधे कत्ल के मामले को सुलझाने में पुलिस की सहायक साबित हुई है। ट्रैकर डॉग विमला ने आरोपियों के घर में घुसी। पुलिस अधिकारियों की माने तो ट्रैकर डॉग विमला पुलिस विभाग का एक अहम हिस्सा है।

सीपत थाना क्षेत्र के एक किसान को पहले लाठी से पीटा गया और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी, इसके बाद हत्यारों ने शव को रस्सी से बांधकर घसीटा और उसे पेड़ पर लटका दिया। घटना की जांच में मदद के लिए आई सर्च डॉग विमला घटनास्थल से सीधे भागते हुए खैरा-डंगनिया में रहने वाले श्यामलाल कश्यप के घर जा घुसी। इसी आधार पर 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

उन्होंने अपनी बहन को भगाकर ले जाने और जमीन विवाद के चलते वारदात को अंजाम दिया। पुलिस को जानकारी मिली कि ग्राम डगनिया में किसान की पेड़ पर लटकती लाश मिली है। खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान शव की पहचान ग्राम सेलर निवासी किसान दौलत राम कौशिक (55) के रूप में की गई।

उसका परिवार सरकंडा क्षेत्र के राजकिशोर नगर में रहता है। वहीं, दौलत राम बीते एक साल से गांव की ही एक युवती के साथ चिंगराजपारा में अलग रहता था।

खेत देखने गया था किसान फिर नहीं लौटा घर

शनिवार को दौलत राम अपनी स्कूटी से खेत देखने के लिए गांव गया था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा, उसके घरवाले उसकी तलाश कर रहे थे। इस बीच रविवार की सुबह गांव के लोगों ने खारंग नदी के किनारे पेड़ पर उसकी लाश लटकते देखा और परिजनों को घटना की जानकारी दी।

दूसरे जगह की हत्या, घसीटकर नदी किनारे ले गए शव

पुलिस की टीम जब मौके पर पहुंची तो दौलतराम की स्कूटी लाश से दूर मिली। वहीं पर उसका चश्मा भी है। मौके पर शव को घसीटने के निशान भी मिले। पूछताछ में पता चला कि दौलत राम गांव से बिलासपुर लौट रहा था, तभी हमलावरों ने घात लगाकर हमला किया। लाठी से उसकी पिटाई करने के बाद उसकी हत्या कर साक्ष्य मिटाने और आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पेड़ पर लटकाने की कोशिश की गई।

संदेहियों के घर में जा घुसी पुलिस डॉग रोजी

एएसपी अर्चना झा ने बताया कि हत्या की जांच में मदद के लिए आरक्षक 524 मनोज कुमार साहू व पुलिस डॉग विमला की अहम भूमिका रही, घटनास्थल से सीधे भागते हुए खैरा-डंगनिया में रहने वाले श्यामलाल कश्यप के घर जा घुसी। इसी आधार पर पुलिस ने पूछताछ की, तब पता चला कि श्यामलाल की बहन को एक साल पहले दौलत कश्यप भगाकर ले गया था। इससे परिवार के लोग नाराज थे। वह दूर का रिश्तेदार भी है।

इसके साथ ही दोनों के परिवार के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। गांव के लोगों ने बताया कि श्यामलाल और उसका भाई घर से गायब हैं। इससे पुलिस का शक और बढ़ गया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों की तलाश कर उन्हें पकड़ लिया।

पुलिस ने खैरा डंगनिया निवासी श्यामलाल (29) और और उसके भाई घनश्याम कश्यप (31) से सख्ती से पूछताछ की, तब उन्होंने पहले लाठी से पीटने और गला दबाकर हत्या करना कबूल कर लिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।

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