
शेखर बैसवाड़े (नेवसा) आजादी के 76 साल बाद भी नेवसा से गढ़वट को जोड़ने वाली 5 किलोमीटर लंबी सड़क नहीं बन सकी राजनीतिक आर्थिक व सांस्कृतिक दृष्टि से भले ही बिलासपुर जिला का भले ही प्रदेश में नाम हो लेकिन मूल सुविधाओं के मामले में आज भी क्षेत्र के कई गांव विकास की मूल धारा से नहीं जुड़ सकते जहां पर 5 किलोमीटर की पक्की सड़क आजादी के 76 साल बाद भी एक स्वप्न ही रह गया है।इस सड़क से एक रास्ता नेवसा से गढ़वट की ओर जाता है।जिसकी दूरी महज 5 किलोमीटर दूर है। इसके बावजूद इस गांव के लोगों को पक्की सड़क की सुविधा से दूर रखा गया ग्रामीणों ने सैकड़ो बार पक्की सड़क बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों तक के हाथ पर जोड़े लेकिन कोई असर नहीं हुआ सभी दिलासा देकर मामले से अपना पल्ला झाड़ते रहे वहीं शासन प्रशासन की अपेक्षा के कारण नेवसा से गढ़वट के वसीदें हर मौसम में कच्चे मार्ग से होने वाली समस्या से जूझने को मजबूर है ग्रामीणों के अनुसार नेवसा से गढ़वट की दुरी सड़क गांव से महज़ 5 किलोमीटर दूर है।

इस मार्ग और पक्की सड़क नहीं बनने के कारण बरसात में एक तरह से सभी ग्रामीण घरों में कैद हो जाते हैं। बरसात के समय कच्चे मार्ग पर कीचड़ बरसाती पानी के भराव के कारण आवागमन जोखिम भरा हो जाता है कच्चे मार्ग पर गड्ढे ही गड्ढे नेवसा व गढ़वट की बीच सड़क की और महज 5 किलोमीटर कच्चे मार्ग पर 3 से 4 फीट गड्ढे हो गए हैं उबडखाबर रोड से आना जाना ग्रामीणों के लिए दुखदाई साबित हो रहा है। दिन हो या रात यहां से आवागमन करना जोखिम भरा हो गया है । ग्रामीण यहां पर प्रधानमंत्री योजना के तहत पक्की सड़क बनाने की मांग वर्षों से कर रहे हैं।