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कोरोना संक्रमण की संभावित खतरे से निपटने जिला चिकित्सालय में किया गया मॉक ड्रिल, कलेक्टर ने संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक तैयारियों के संबंध में ली जानकारी

ठा. प्रेम सोमवंशी (गौरेला पेंड्रा मरवाही) राज्य शासन द्वारा कोविड के नए वेरिएंट बीएफ-7 संक्रमण के खतरे ध्यान में रखते हुए आपात स्थिति में निपटने के लिए जिला चिकित्सालय में आज मॉक-ड्रिल किया गया। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी की उपस्थिति एवं मार्गदर्शन में पूर्वाभ्यास किया गया। कलेक्टर ने कोरोना से बचाव एवं इलाज हेतु जिला चिकित्सालय में उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली तथा सभी उपकरण क्रियाशील रखने, संधारण योग्य उपकरणों का परीक्षण और सुधार सुनिश्चित करने तथा पूर्व में कोविड प्रबंधन में ड्यूटी कर चुके मेडिकल टीम को भी तैयार रखने के निर्देश दिए।
             मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभात चंद्र प्रभाकर एवं सिविल सर्जन डॉ बीपी चंद्रा ने जिला चिकित्सालय में उपलब्ध कोविड केयर सेंटर, आईसोलेशन वार्ड, वेंटीलेटर व्यवस्था तथा आक्सीजन की आपूर्ती के लिए पीएसए प्लांट आदि की जानकरी दिये। उन्होने बताया कि जिले में 3 समुदायिक केंद्र, 14 प्राथमिक केंद्र एवं 3 प्री फेब आइसोलेशन वार्ड को सुदृढ़ कर लिया गया है। इन केंद्रों में पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर के साथ ही जीवन रक्षक दवाइयों की व्यवस्था कर ली गई है। कोरोना की जांच के लिए आरटीपीसीआर, एंटीजन एवं ट्रूनाट जांच के लिए सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा जिला चिकित्सालय में नियमित जांच के लिए निर्देशित किया गया है। सीएमएचओ ने बताया कि मॉक ड्रिल के उपरांत भारत सरकार के पोर्टल में सभी जानकारियां अपलोड कर लिया गया है। मॉक-ड्रिल के दौरान जिला मेडिकल अधिकारी डॉ एसके सिन्हा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक  विभा टोप्पो, अस्पताल कंसलटेंट  योगेंद्र कश्यप, खंड कार्यक्रम प्रबंधक अरविंद सोनी, स्टोर प्रभारी  प्रीतम केंवट, आरएमओ डॉ. भरत भूषण त्रिपाठी सहित चिकित्सकगण उपस्थित थे।

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