
मनमोहन सिंह राजपूत/खैरा – मामला बिलासपुर जिले के वन परिक्षेत्र रतनपुर अंतर्गत बीड क्रमांक 1053 का है। जहां अपने गांव के समीप लगे सागौन प्लांटेशन की अवैध रूप से कटाई होता देख ग्रामीणों ने आक्रोशित हो अतिक्रमणकारियों को घेर लिया। मौके पर पहुंचकर जब अतिक्रमणकारी से सवाल किया तब अतिक्रमण कारी द्वारा बताया गया कि उसे फॉरेस्ट विभाग के सिपाही द्वारा ही लाकर पट्टा दिया गया था उसी आधार पर मैं अपने जगह को साफ सफाई कर रहा हूँ।

उपरोक्त बात वनाधिकार पट्टा प्रदान करने विभागीय मिलीभगत की ओर भी इशारा करती है। वहीं सोढ़ा खुर्द के लोगों द्वारा पट्टे के लिए दिए गए आवेदन पर एक भी वनाधिकार पट्टा न प्राप्त होना भी शक के दायरे में आता है।
सूचना पर बीड गार्ड तो उपस्थित हुआ वहीं रेंजर अथवा डिप्टी रेंजर को मौके पर बुलाए जाने को लेकर ग्रामीण अड़ गए। वही फारेस्ट अधिकारियों को आने पर विलंब होता देख ग्रामीण मरवाही बायपास सड़क पर आ गए। मामला बिगड़ता देख संवाददताओं ने ग्रामीणों को समझाते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व व चौकी प्रभारी बेलगहना को सूचना दी। जहां एसडीएम साहब के फ़ास्ट एक्शन ने स्थिति को संभाला मौके पर तत्काल नायब तहसीलदार व चौकी प्रभारी सहित पुलिस बल पहुंची।
ग्रामीणों द्वारा पट्टा सत्यापन की मांग और अतिक्रमण हटाए जाने की बात को स्वीकार करते हुए नायब तहसीलदार द्वारा क्रोधित भीड़ को समझाया गया।

पूरे स्थिति के सम्भलते ही सबसे आखिर में पहुंचे वनपरिक्षेत्राधिकारी रतनपुर सीधे अतिक्रमणकारियों पर गैर जमानती धाराओं पर कार्यवाही करने की बात कहते हुए। मौका मुआयना करने चल पड़े। किसी प्रकार की पूछताछ की बात भी मुनासिब नहीं समझा। वनाधिकारियों के सुस्त रवैये से ही क्षेत्र में अतिक्रमण बढ़ा है।
राकेश जी ठाकुर तहसीलदार बेलगहना …….ग्रामीणों द्वारा प्लांटेशन काटकर भूमि अतिक्रमण किया जा रहा था। समझाइश करने पर यथास्थिति रखने हेतु बोला गया है। फॉरेस्ट ऑफिसर को भी बुला कर मेरे को गिनती किया जा रहा है उन पर जो जुर्म कायम होगा वह किया जाएगा सड़क जाम होने की स्थिति बन रहे थे समझाएं देने के बाद यातायात अवरुद्ध नहीं हुआ ग्रामीणों को एकत्र कर पट्टा धारियों की जांच की जाएगी और जो गलत पता होगा उसे निरस्त किया जाएगा।