
ठा. प्रेम सोमवंशी/कोटा – शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा के विज्ञान संघ द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला एवं विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस अवसर पर विद्यार्थियों को शोध कार्य हेतु जागरूक व प्रोत्साहित किया गया. उन्हें इस बात से अवगत कराया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कई विषयों पर शोध कार्य किए जाने के अवसर हैं. साथ ही रिसर्च को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न शोध पत्रों में लेखन संबंधी जानकारी दी गई.

विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता में विद्यार्थियों द्वारा पर्यावरण जागरूकता, मानव शरीर रचना विज्ञान, औषधीय पौधों के उपयोग, इलेक्ट्रॉनिक जनरेटर, आवर्त सारणी पर आधारित उत्कृष्ट मॉडल बनाए गए जिसमें रिया गुप्ता, तान्या गुप्ता, आस्ति अग्रहरी, एवं मानसी गुप्ता के खाद्य श्रृंखला में उर्जा प्रवाह मॉडल को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ. अंजली गुप्ता, अनीता साहू, ऐश्वर्या बंजारे एवं श्वेता गुप्ता के मॉडल मानव रक्त परिसंचरण तंत्र को द्वितीय स्थान तथा दुर्गेश पांडे, शरद पात्रे, निशा बार्वे एवं श्रीकांत द्वारा निर्मित त्वचा की संरचना मॉडल को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ.

कार्यक्रम के अध्यक्ष प्राचार्य प्रो. बी.एल.काशी ने विद्यार्थियों के प्रयास की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए उन्हें और भी उत्कृष्ट मॉडल बनाने हेतु दिशा-निर्देश प्रदान किया. इस अवसर पर भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. के. मिंज ने प्रतिभागियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि महाविद्यालय का उद्देश्य विद्यार्थियों का समग्र विकास है, जिसके लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होना ही चाहिए. आइ.क्यू.ए.सी प्रभारी रसायन शास्त्र विभाग की डॉ. सपना पवार ने विद्यार्थियों को बताया कि ऐसे बहुत सारे औषधीय पौधे हैं जिनका उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में स्वाभाविक रूप से किया जाता है उन पर शोध कार्य किए जाने चाहिए. इस अवसर पर महाविद्यालय के विज्ञान संकाय के प्राध्यापक प्रो. वाय.के उपाध्याय, प्रो. आनंद कुमार साव एवं प्रो. विनीत मन्नाडे का सहयोग प्रशंसनीय रहा. महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. शांतनु घोष तथा राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी शितेष जैन ने रचनात्मक मॉडल के प्रस्तुतीकरण के लिये विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कर सहयोग प्रदान किया. इस अवसर पर 52 विद्यार्थियों द्वारा विज्ञान मॉडल बनाए गए. महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थी इनका अवलोकन कर लाभान्वित हुए.