
कोटा – अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोंगसरा में एक भव्य योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय परिवार के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों और समुदाय के लोगों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय प्रांगण में प्राचार्य दूजलाल लहरे के मार्गदर्शन में हुआ। उन्होंने समस्त छात्र-छात्राओं, स्टाफ और उपस्थित अतिथियों के साथ योगासन एवं प्राणायाम का अभ्यास कराया। कार्यक्रम का उद्देश्य योग की उपयोगिता को समझाना, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और युवाओं में अनुशासित जीवनशैली की भावना विकसित करना था।

इस अवसर पर जनपद सदस्य कांति बलराम मरावी ने अपने संबोधन में कहा, “योग दीर्घायु का रहस्य है। आज के समय में जब जीवनशैली असंतुलित होती जा रही है, योग ही ऐसा माध्यम है जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करता है। योग नहीं, तो स्वास्थ्य नहीं – यह आज का सबसे बड़ा संदेश है।”
शाला विकास प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राज कुमार राठौर ने योग को “फ्री इलाज का सशक्त जरिया” बताया। उन्होंने कहा कि, “जब हम नियमित रूप से योग करते हैं, तो छोटी-बड़ी बीमारियाँ स्वतः ही दूर हो जाती हैं। इससे दवाओं पर निर्भरता कम होती है और व्यक्ति अधिक सक्रिय, जागरूक और स्वस्थ रहता है।”
प्राचार्य दूजलाल लहरे ने कहा, “योग आज के दौर की बीमारियों के लिए रामबाण है। छात्र जीवन में यदि योग को अपनाया जाए, तो न केवल शारीरिक विकास बल्कि मानसिक एकाग्रता, आत्मनियंत्रण और अनुशासन जैसे गुण भी स्वतः विकसित होते हैं।”
कार्यक्रम में ताड़ासन, भुजंगासन, त्रिकोणासन, वज्रासन, अनुलोम-विलोम, कपालभाति आदि योग अभ्यास कराए गए। छात्र-छात्राओं ने पूरी लगन और उत्साह से इन क्रियाओं में भाग लिया। साथ ही योग से जुड़े पोस्टर और नारे भी छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए।
अंत में सभी उपस्थितों को योग को अपने जीवन का नियमित हिस्सा बनाने का संकल्प दिलाया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत के साथ हुआ।
इस दौरान शाला विकास समिति के सदस्य एवं छात्र छात्राएं शामिल हुए।
