
कोटा – शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा के हिन्दी विभाग के द्वारा हिन्दी पखवाड़ा धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर वाद विवाद प्रतियोगिता और भाषण प्रतियोगिता के माध्यम से हिन्दी के उन्नयन एवं विकास का संकल्प लिया गया. सर्वप्रथम हिन्दी विभाग के विद्यार्थियों वर्षा, स्वेता, निकिता, पार्वती, किरण एवं योगिता द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई. इसके पश्चात कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने हिन्दी भाषा को सभी के साथ सामंजस्य स्थापित करने वाली भाषा बताया जो अपने आप में अनेक भाषाओं को समाहित किए हुए हैं. उन्होंने बताया कि हमें यदि हिन्दी भाषा को समझना है तो उसके सरल रूप को स्वीकार करना होगा और अन्य भाषाओं के साथ सामंजस्य स्थापित करते हुए चलना होगा. हिन्दी विभाग की डॉ. शिबानी साहा ने कार्यक्रम का प्रतिवेदन एवं सारांश प्रस्तुत करते हुए बताया कि भारत की स्वतंत्रता और विकास में हिन्दी भाषा का अहम योगदान है. राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी प्रो. शितेष जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वतंत्रता उपरांत हिंदी की वास्तविक स्थिति विषय पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें प्रथम स्थान धनलक्ष्मी यादव बी. कॉम प्रथम सेमेस्टर, द्वितीय स्थान योगिता साहू एम.ए. हिन्दी तृतीय सेमेस्टर और तृतीय स्थान बी. कॉम प्रथम सेमेस्टर की छात्रा पल्लवी ने प्राप्त किया. इसके पश्चात वर्तमान परिप्रेक्ष्य में हिन्दी आवश्यक या अंग्रेजी विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें पक्ष से प्रथम स्थान मोहन वैष्णव एवं द्वितीय स्थान सरस्वती बंजारे ने प्राप्त किया. विपक्ष में दुष्यंत धूलिया ने प्रथम एवं धनलक्ष्मी यादव द्वितीय स्थान प्राप्त किया. कार्यक्रम में डॉ. नीलम त्रिवेदी, डॉ. गरिमा देव पुजारी ने हिन्दी भाषा के संवर्धन में अपने विचार व्यक्त किए. प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ. प्रमिला देवी मिरी, प्रो. विनय प्रभा मिंज एवं डॉ संजू पाण्डेय के साथ डॉ. जे के द्विवेदी, डॉ. शांतनु घोष, प्रो.चांदनी आदि प्राध्यापकों ने कार्यक्रम को पूर्ण करने में अपनी अहम भूमिका निभाई. कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेवक मोहन वैष्णव के द्वारा किया गया. कार्यक्रम के अंत में हिन्दी विभाग के प्रो. अमित खांडे के द्वारा सफल आयोजन के लिये सभी के प्रति आभार व्यक्त किया गया।