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बच्चों की मौत पर कांग्रेस की जांच समिति पहुंची ग्राम पटैता, परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप, क्या नवजात शिशुओं को मिलेगा न्याय

कोटा – बिलासपुर जिले के कोटा में हाल ही में घटित एक दर्दनाक घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। कोटा के पटेता गाँव में टीकाकरण के बाद दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जिससे पूरे क्षेत्र में भय और आक्रोश की लहर दौड़ गई। इस घटना के पीछे के कारणों की जांच के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। टीम पटेता पहुंच गई है मृत बच्चों के परिजनों से मुलाकात की है।
पटेता गाँव में एक नियमित टीकाकरण अभियान के दौरान दो बच्चों की अचानक मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही और अव्यवस्था है। दुखी परिजनों ने शासन और स्थानीय डॉक्टरों पर आरोप लगाया कि उन्होंने टीकाकरण के दौरान आवश्यक सावधानियों का पालन नहीं किया। परिजनों ने इस संबंध में लिखित शिकायत दर्ज कराई और गहन जांच की माँग की।

कांग्रेस की जांच समिति का गठन

इस घटना को गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने त्वरित कार्रवाई की। उन्होंने तुरंत एक जांच समिति का गठन किया, जिसका नेतृत्व कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव कर रहे हैं। इस समिति में कुल पाँच वरिष्ठ नेता शामिल हैं:

1. अटल श्रीवास्तव- कोटा विधायक (समिति अध्यक्ष)

2. दिलीप लहरिया- मस्तूरी विधायक

3. शैलेष पांडेय – पूर्व विधायक

4. विजय केशरवानी – बिलासपुर जिला अध्यक्ष

5. सीमा धृतेश- महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष

6. आदित्य दीक्षित- कोटा ब्लॉक अध्यक्ष

प्रारंभिक जांच और तथ्य जुटाना

समिति ने घटनास्थल पर जाकर प्रारंभिक जांच की और संबंधित सभी तथ्यों को इकट्ठा किया। समिति के सदस्य पटेता गाँव गए, जहां उन्होंने मृतक बच्चों के परिजनों से मिलकर सांत्वना दी। इसके साथ ही, उन्होंने कोटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीएमओ (ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर) और अन्य स्टाफ से मुलाकात की। बीएमओ ने समिति को बताया कि कोटा क्षेत्र में डॉक्टरों की भारी कमी है, और जो डॉक्टर हैं, वे भी ज्यादातर समय बिलासपुर के न्यायालय में अटैचमेंट पर होते हैं।

परिजनों के आरोप

दोनों मृतक बच्चों के परिजनों ने स्थानीय प्रशासन पर अव्यवस्था और लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि टीकाकरण के दौरान सही प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया और इसके परिणामस्वरूप यह दर्दनाक घटना हुई। परिजनों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की माँग की है ताकि दोषियों को उचित सजा मिल सके।

कांग्रेस की भूमिका

कांग्रेस ने इस घटना को लेकर बेहद गंभीर रुख अपनाया है। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने समिति को निर्देश दिए हैं कि वे जल्द से जल्द इस मामले में पूरी सच्चाई सामने लाएं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें। समिति का उद्देश्य इस घटना के पीछे के सभी पहलुओं की जांच करना और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाना है।

यह घटना न केवल स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को भी रेखांकित करती है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की यह जांच समिति इस मामले में अहम भूमिका निभा सकती है। इसकी सिफारिशों के आधार पर शासन को जरूरी कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

समिति की जांच रिपोर्ट का प्रदेशभर में बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है, जो इस मामले में सच्चाई को उजागर करेगी और न्याय सुनिश्चित करेगी।

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