
कोटा – शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा में भारतीय चंद्रयान-3 मिशन की गौरवशाली सफलता के बारे में जानकारी प्रदान करने तथा अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में रूचि बढ़ाने के लिए भौतिक शास्त्र विभाग के द्वारा अंतरिक्ष विज्ञान एवं खगोलशास्त्र विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

मुख्य वक्ता पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के भौतिकी एवं खगोल भौतिकी विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एन. के. चक्रधारी ने अपने वक्तव्य में सौरमंडल के ग्रहों एवं चन्द्रमा के महत्व के साथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के प्रक्षेपण यान एवं प्रक्षेपित विभिन्न कृत्रिम उपग्रहों चंद्रयान-1, चंद्रयान-2, चंद्रयान-3, एस्ट्रोसैट, आदित्य एल-1 के बारे विद्यार्थियों को विस्तृत एवं तार्किक जानकारी प्रदान की. साथ ही उन्होंने देश के विभिन्न शोध संस्थानों में कार्य कर रहे खगोलविद, वैज्ञानिक एवं शोधार्थियों के बारे में भी विस्तार से बताया. कार्यशाला के संयोजक भौतिकशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. विनीत कुमार मन्नाडे ने राष्ट्र के विकास में अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व को बताते हुये विद्यार्थियों को निरंतर मेहनत करने की आवश्यकता पर बल दिया।

महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संरक्षक प्रो. ए. के पाण्डेय ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के इतिहास के बारे में बताते हुए विद्यार्थियों को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में शोध कार्य करने और चुनौतियों का डट कर सामना करने के लिए प्रेरित किया. कार्यक्रम अधिकारी शितेष जैन ने बताया कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों की जानकारी हेतु प्रथम दिवस में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई।

प्रतियोगिता में चार विद्यार्थियों अनुराग साहू, कामिनी साहू, आदेश कुमार गुप्ता एवं गीतेश कुमार ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. द्वितीय स्थान संयुक्त रूप से छः विद्यार्थियों उत्तम साहू, शिवम् यादव, प्रीति वैष्णव, हरीश सामल, एवं वैभव गुप्ता, दिव्य साहू ने प्राप्त किया. नंदिनी अग्रहरी एवं ओम सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. सभी विजेता प्रतिभागियों को मुख्य वक्ता एवं प्राचार्य महोदय ने प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मानित किया और बधाई देते हुए उन्हें उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभाशीष प्रदान किया. कार्यक्रम का संचालन बी.एस.सी. द्वितीय वर्ष के छात्र उत्तम साहू एवं आभार प्रदर्शन डॉ. विनीत कुमार मन्नाडे के द्वारा किया गया. इस अवसर पर डॉ. सपना पवार, किशोर मिंज, वाई. के. उपाध्याय, डॉ. जे. के. द्विवेदी, डॉ. शांतनु घोष सहित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
