
खैरा – “चढ़ चेतक पर तलवार उठा, रखता था भूतल पानी को। राणा प्रताप सिर काट काट, करता था सफल जवानी को॥ कलकल बहती थी रणगंगा, अरिदल को डूब नहाने को। तलवार वीर की नाव बनी, चटपट उस पार लगाने को ” की जय घोष के साथ शोभायात्रा निकालकर राजपूत क्षत्रिय समाज कल्याण समिति खैरा के तत्वाधान में क्षत्रिय कुल भूषण, हिंदुआ सूरज महाराणा प्रताप जयंती मनाया गया।

महाराणा प्रताप ने आत्म सम्मान और देश की रक्षा के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया।उसी तरह आज के युवा पीढ़ी को भी डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर देश की सेवा करना चाहिए उक्त बातें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनपद उपाध्यक्ष सुमंत जायसवाल ने कहा।उन्होंने बताया कि विकसित भारत के निर्माण के लिए एक ध्वनि मत का परिचय होना बहुत आवश्यक है।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं माखन सिंह राजपूत ने समाज को संगठित होकर आपसी भाईचारा के साथ एकजुटता बनाए रखने के लिए आग्रह किया। कार्यक्रम को बेनी सिंह राजपूत और शैलेंद्र सिंह राजपूत ने भी संबोधित किया।आभार प्रदर्शन उत्तम सिंह राजपूत के द्वारा किया गया।
I इस दौरान विशिष्ट अतिथि अश्विनी प्रताप सिंह,संतोष सिंह,प्रेम सिंह ठाकुर, बृजभान सिंह, बलराम सिंह, गुलाब सिंह, शिवमंगल सिंह, शिवनाथ सिंह,दिनेश चौहान,रमेंद्र सिंह,रामाधीन जगत,महेत्तर साहू,दिनेश्वर राजपूत मौजूद रहे।कार्यक्रम का सफल संचालन सह कोषाध्यक्ष प्रेम सिंह राजपूत के द्वारा किया गया।आयोजन को सफल बनाने समिति के अध्यक्ष रामशरण सिंह राजपूत,कार्यकारिणी अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राजपूत, उपाध्यक्ष देवचरण राजपूत, सचिव झामन सिंह राजपूत, कोषाध्यक्ष सुदर्शन सिंह राजपूत, प्रीतम सिंह राजपूत, माधव सिंह राजपूत, रघुपाल सिंह, बजरंग सिंह राजपूत, रविंद्र सिंह राजपूत, सुमन सिंह राजपूत, धर्मेंद्र सिंह गौतम,गणेश सिंह,छत्रपाल सिंह सहित समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

शोभा यात्रा के साथ प्रतिभावान विद्यार्थी का हुआ सम्मान — अपने संस्कृति परंपरा अनुरूप सर्वप्रथम शस्त्रों की तिलक वंदन कर जय श्री राम,जय भवानी,जय महाराणा की जयकार के साथ शोभा यात्रा का शुभारंभ हुआ।आकर्षक तलवार की कलाबाजी दिखाई गयी। तदुपरांत अतिथियों के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अधिक अंकों के साथ उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थी भागवत सिंह पिता रघुपाल सिंह,करण सिंह पिता ढाल सिंह को शाल, श्रीफल और मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही समाज के प्रति विशेष सहयोग देने के लिए चंद्रशेखर दास पिता छेदी दास, राधे साहू पिता भग्गूराम साहू को शाल,श्रीफल और मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया।