
ठा. प्रेम सोमवंशी (कोटा) अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर से संबंध शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा में विकसित भारत@2047 के अंतर्गत भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के संयोजक विनीत कुमार मन्नाडे सहायक प्राध्यापक भौतिकशास्त्र ने जानकारी देते हुए बताया कि सशक्त भारत शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, नारी शक्ति, केयरिंग सोसाइटी एवं संस्कृति विषय पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में दुर्गेश पाण्डेय बी.एस.सी भाग तीन ने प्रथम, दिलीप दास बी.ए. भाग दो ने द्वितीय और नितेश कौशिक बी.कॉम. भाग तीन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. नवाचार विज्ञान और प्रौद्योगिकी विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में दुर्गेश पाण्डेय बी.एस.सी भाग तीन ने प्रथम, मनजीत सिंह नेताम बी.एस.सी. भाग दो ने द्वितीय और उत्तम साहू बी.एस.सी. भाग एक ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

कार्यक्रम के अध्यक्ष महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संरक्षक प्रो. बी. एल. काशी ने विकसित भारत@ 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये विद्यार्थियों को शपथ दिलाते हुए एकजुट होकर प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया एवं उनके कर्तव्यों की जानकारी प्रदान की. वरिष्ठ प्राध्यापक एवं इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. ए. के. पाण्डेय ने बताया कि स्वयं के विचारों और व्यवहारों का विकास ही एक उन्नत समाज की नींव है, जिसके लिए प्रयासरत होना सभी भारतवासियों का मूल कर्तव्य है. आई.क्यू.ए.सी. प्रभारी डॉ. सपना पवार ने नवाचार, वैज्ञानिक प्रयासों और बदलावों की जानकारी देते हुए विद्यार्थियों से इन्हें स्वीकार करने की बात की. डॉ. संजू पाण्डेय सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र ने बताया कि असामाजिक गतिविधियां और नकारात्मक ऊर्जा समाज को दीमक की तरह खोखला करते जा रही है. उन्होंने विद्यार्थियों से नशा एवं अन्य किसी भी प्रकार के व्यसन से दूर रहने की अपील की. कार्यक्रम में डॉ. प्रमिला देवी मिरी ने राजनीतिक जागरूकता, डॉ. नीलम त्रिवेदी ने उद्यमिता और वाणिज्यिक बदलाव, क्रीड़ा अधिकारी राजेश सिंह ने खेल के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियां, ग्रंथपाल विकास जायसवाल ने युवा वर्ग और नई शिक्षा नीति के परिपेक्ष्य में विकसित भारत हेतु अपने विचार प्रस्तुत किये. कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन संयोजक प्रो. विनीत कुमार मन्नाडे ने किया गया. इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक उपस्थिति थे।