
शेखर बैसवाड़े (नेवसा) बिल्हा ब्लॉक के छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारियों को 4 माह से वेतन नहीं मिला है। वही कोरोना कल कोविड-19 में जहां सरकारी स्कूलो में कोविड सेन्टर बनाया गया था । 45 दिवस कार्य किया गया था। उन स्कूल सफाई कर्मचारियों का अब तक वेतन भुगतान भी नहीं किया गया वहीं पूर्व में सफाई कर्मचारियों की चमचागिरी करते हुए बीईओ के द्वारा करोड रुपए की घोटाला किया गया था। फिर से बीईओ ऑफिस में सफाई कर्मचारियों की चमचागिरी प्रारंभ हो चुका है ।फिर घोटाले की आशंका है।बिल्हा ब्लॉक के अधिकारी की गंभीर लापरवाही कारण कर्मचारी भुगत रहे परेशानी कल बीईओ आफिस में कुछ सफाई कर्मचारी कोविड 19 का आवेदन लेकर गए हुए थे। उसको जमा करने के लिए बीईओ आफिस में तैनात कर्मचारियों को अवगत कराया गया लेकिन कोई भी जानकारी देने से मना किया वहीं उपस्थिति पत्रक अपने सफाई कर्मियों के साथ जमा कर दो ऐसा कह कर चमचागिरी करने वाले कर्मचारियों की ह़ौसले बुलंद कर रहे हैं। बीईओ ऑफिस के स्टाफ कर्मचारी जिससे स्कूल सफाई कर्मचारी परेशान हैं। इनके घरों में चूल्हे जलने पर संकट बनने लगा है।
बिलासपुर जिले के बिल्हा विकास खंड हैं। इनकी जनसंख्या लगभग 400 सफाई कर्मचारियों की तैनाती है। इन्हें चार माह से वेतन ही नसीब नहीं हुआ है। इससे यह आर्थिक संकट में आने लगे हैं। इस बावत यह कई बार अधिकारियों से अपना दर्द भी बता चुके हैं। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सन्तोष बन्जारे ने बताया कि छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारियों की 4 माह की हाजिरी शैक्षिक सामान्य के माध्यम से कार्यालय को नहीं भेजी गई है। इससे वेतन नहीं मिल रहा है। ओमप्रकाश साहू ने बताया कि वेतन न मिलने से परिवार पर आर्थिक संकट आने लगा है। मुश्किल हो रहा है। परिवार चलाना लेखराम टेकाम ने बताया कि अधिकारी कोई भी वेतन जमा करने के लिए ध्यान नहीं कर रहे हैं। अनुप का कहना है कि सफाई कर्मचारी समस्याओं के बीच काम कर रहे हैं।