

लोरमी के ग्राम पंचायत लाखासार में जनपद उपाध्यक्ष खुशबू वैष्णव के द्वारा मितानिन ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ,समस्त समाज की प्रमुख महिलाएं ,सक्रिय महिला और विहान की महिलाओं का सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उक्त कार्यक्रम में खुशबू वैष्णव ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने छत्तीसगढ़ में महिलाओं के लिए महतारी जतन योजना, दाई दीदी क्लीनिक योजना, नोनी सशक्तिकरण योजना, बेटियों को 12वीं तक की शिक्षण निःशुल्क, कन्या विवाह योजना में अब ₹50000 दिया जा रहा है इस तरह से बहुत सारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया है ।आज के समय में हमारे पूरे छत्तीसगढ़ में माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी 52 योजनाओं को क्रियान्वित कर रहे हैं जिसका लाभ अधिक से अधिक लोग ले रहे हैं और महिलाओं को कहा कि हमें हमारे सरकार की योजनाओं को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का कार्य करना है और समाज के, गांव के प्रत्येक व्यक्ति तक योजनाओं को और योजनाओं के लाभ को पहुंचाने का कार्य करना है।जो मितानिन हैं वो प्रत्येक घर के लिए मां की भूमिका निभाती है यदि हमें आधी रात को भी कोई समस्याएं होती है किसी के बच्चे का तबीयत खराब होता है ,किसी का डिलीवरी होने वाला रहता है या कोई भी स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होती हैं

जो हमारे समाज के प्रमुख महिलाएं हैं यह महिलाएं जब भी समाज में कोई समस्याएं आती हैं तो आज भी हमारे गांव में यह परंपरा है कि पहले सामाजिक स्तर पर समस्याओं का समाधान किया जाता है तो हमारी यह महिलाएं समस्याओं का बहुत ही गंभीरता के साथ निदान कर देती हैं तो हमने सोचा की क्यों ना हम ऐसी महिलाओं को सम्मान करें जो महिलाएं समाज को, समाज के प्रत्येक व्यक्ति को, बच्चे को , समाज के प्रत्येक महिलाओं को गांव में लोगों के बीच एक विशेष स्थान देने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर देती हैं जो महिलाएं बहुत कम संख्या में होकर भी पूरे गांव की मां बनकर गांव को सुव्यवस्थित, संचालित कर ऊंचाइयों पर पहुंचाने का कार्य करती हैं क्यों ना ऐसी महिलाओं का सम्मान किया जाए । महिलाएं ही तो हैं जो हमारे समाज को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का कार्य करती हैं, यह महिलाएं ही तो हैं जो हर असंभव को संभव कर दिखाती हैं ,यह महिलाएं ही तो हैं जो एक नया इतिहास रचती हैं तो आज का दिन ऐसी महिलाओं के सम्मान के नाम। कार्यक्रम में श्रीमति खुशबू वैष्णव उपाध्यक्ष के द्वारा 40 महिलाओं को श्रीफल, साड़ी के द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मितानिन योगेश्वरी साहू, धनेश्वरी साहू, पार्वती वर्मा, दुर्गा यादव, ललिता साहू, मंजू निर्मलकर, संतोषी ,श्यामा, शीतला यादव,सावित्री अहिरवार ,रजनी लोधी ,प्रमिला लोधी, संतोषी , सती, कुंती लोधी ,पांचों साहू, गंगोत्री ढीमर, राम बाई, मधु लोधी ,राजेश्वरी वर्मा, गंगोत्री वैष्णव ,मीना विश्वकर्मा, पितरहीन, जमुना, भारती घृत लहरे ,मालती घृत लहरे, नीलेश साहू, सुशीला साहू ,सरोजिनी वर्मा ,साथ ही गांव के प्रमुख सरपंच हलधर वर्मा, गांव के प्रमुख उदय राम साहू , सोहन वर्मा पूरन श्रीवास, संदीप वैष्णव, उत्तम वर्मा , गिरधर यादव, भागवत ढीमर ओंकार, राकेश वैष्णव, सुशील वर्मा,गणेश वर्मा और अन्य ग्रामवासी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
तो आधी रात को भी यह स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को मिटाने में एक मां की तरह सेवा प्रदान करती हैं। जो महिला समूह की महिलाएं होती हैं वह प्रत्येक घर की खेती बाड़ी की समस्याएं ,पशु से संबंधित समस्याएं, पेड़ पौधों में, फसलों में होने वाले रोगों का निराकरण, जब हमारे महिला समूह की महिलाएं बैंक जाती हैं तो वहां पर बैंक सखी का कार्य करती हैं ,इस तरीके से हमारे पूरे गांव की समस्याओं को बहुत कम ही समय में बहुत ही गंभीरता के साथ यह महिलाएं समस्याओं का निदान कर देती हैं।