सुर्खियां

लोरमी डड़सेना समाज के शिक्षक दंपति ने की नेत्रदान की घोषणा…

राहुल यादव( मुंगेली )नेत्रदान महादान है, हमारी आंखें किसी जरूरतमंद की रोशनी बन सकती है। इस संदेश को चरितार्थ करने के लिए शिक्षक दंपति ने एक साथ नेत्रदान की घोषणा की है।
आपको बता दें कि लोरमी के 50 बिस्तर अस्पताल में शिक्षक दंपत्ति शरद कुमार डड़सेना व श्रीमती लता डड़सेना ने अपने वैवाहिक वर्षगांठ के अवसर पर लोगों को अनूठा संदेश देने के लिए एक साथ नेत्रदान करने घोषणा पत्र भरे हैं ।

समाज को नेत्रदान हेतु जागरूक करने के उद्देश्य से शिक्षक दंपति के द्वारा यह मानवतापूर्ण निर्णय लिया गया है। मरणोपरांत हमारी आंखें 6 घंटे तक जीवित रहती है, नेत्रदान करने वालों की आंखें से कार्निया इसी दौरान निकाली जाती है। जिसे किसी जरूरतमंद की आंखों में प्रत्यारोपित किया जाता है। समाज सेवा एवं शिक्षा के कार्य में बेहतर प्रदर्शन करने वाले इस दंपत्ति ने नेत्रदान कर लोगों को नया संदेश दिया है।

बीएमओ डॉक्टर जीएस दाऊ ने बताया कि क्षेत्र में पहली बार किसी दंपत्ति ने एक साथ नेत्रदान किया है। नेत्रदान करने के लिए सभी लोगों को जागरूक करना जरूरी है। नेत्र सहायक सी.चौबे ने बताया कि नेत्रदान करने के लिए बहुत बढ़िया निर्णय लिया गया है। लोगों को जागरूक करने के लिए सभी को नेत्रदान हेतु आगे आना जरूरी है। शिक्षक दंपति के द्वारा एक साथ नेत्रदान की घोषणा का सभी क्षेत्रवासी सराहना कर रहे हैं। इस दौरान मुक्तिधाम सेवा समिति के पवन अग्रवाल, नर्मदा कश्यप, अमित गुप्ता, शैलेंद्र जायसवाल, अंकित मौर्य, रामकुमार बघेल, सोहन डड़सेना, महेश खत्री, श्रीमती सत्यभामा गुप्ता, बाबूलाल गुप्ता, प्रशांत सिंह राजपूत, जितेंद्र पाठक, सविता पाठक, योगेश मौर्य सहित अन्य मौजूद रहे।

Back to top button
error: Content is protected !!