
ठा. प्रेम सोमवंशी (कोटा) कोटा विकास खण्ड के ग्राम परसापानी से अचेत अवस्था में एक ग्रामीण कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचा। चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर कोटा पुलिस भी मौके पर पहुंच अन्य का बयान दर्ज किया तो पता चला की युवक की मौत शिकारियों द्वारा बिछाए जाल में फंस कर हुई है। कोटा पुलिस मामले में मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।
कोटा पुलिस के अनुसार सरकंडा क्षेत्र स्थित राष्ट्रीय सांख्यिकीय विभाग कार्यालय में पदस्थ क्षेत्र अधिकारी अमित कुमार तिवारी अपनी टीम के साथ सर्वेक्षण करने परसापानी गांव पहुंचे थे। सर्वे करते हुए जंगल के काफी अंदर तक चले गए। सर्वे के दौरान टीम जंगल में भटक गई पता ही नहीं चला। टीम के साथ परसापानी निवासी गुलाबराम (28) टीम को रास्ता दिखा रहे थे। चलते चलते टीम को गांव में एक घर टीम को दिखाई दिया। ग्रामीण के यहां अमित व उनकी टीम कुछ देर रूक कर आसाम किया और टीम को रास्ता दिखाते हुए गुलाब राम आगे बढ़ा और करेंट की चपेट में आ गया। करेंट की चपेट में आने से गुलाब अचेत वहां पड़ा हुआ था। टीम के निर्देश पर पावर सप्लाई बंद हुई तो युवक को लेकर टीम कोटा सामुदायिक केन्द्र पहुंची जहां डॉक्टरों ने गुलाब राम कोरवा को मृत घोषित कर दिया। कोटा पुलिस शिकायत पर मर्ग जांच कर रही है।

यह जान बूछ कर की गई हत्या है, दोषियों पर चलाया जाए हत्या का मामला
अमित तिवारी ने कहा कि जंगल में निर्दोष की जान चली गई। शिकारी आए दिन यहां जाल बिछाते है। लोग चपटे में आ रहे है। फारेस्ट, पुलिस व जिम्मेदार अधिकारी क्या कर रहे है। ऐसे लोगो की पहचान कर हत्या का मामला दर्ज कर कड़ी से कड़ी सजा दिलानी चाहिए, जिससे अन्य को ऐसा काम दुबारा न करे।

दिनेश चंद्रा, थाना प्रभारी कोटा ने बतलाया कि साथियों के साथ मृतक जंगल गया था। रास्त भटने से टीम के साथ वापस लौट रहा था इस दौरान शिकारियों द्वारा जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाए जाल में फंस कर युवक की मौत हो गई। मामले में जांच की जा रही हैं।