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आदिवासियों की रिवाज,रस्म और संस्कार छत्तीसगढ़ की ताकत है,हमारी संस्कृति बहुत ही गौरवशाली संस्कृति है…अटल,अरुण,संदीप


मनमोहन सिंह राजपूत (खैरा).…. कोटा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत पुडू मे छतीसगढ़ पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान और मंडी अध्यक्ष संदीप शुक्ला की आतिथ्य में दो दिवसीय छत्तीसगढ़ की पारंपरिक लोक संस्कृति सुवा,करमा,गौरा,ददरिया महोत्सव का “अरपा पैरी के धार” लोकगीत व झांकी के साथ शुभारंभ किया। जहां अतिथियों द्वारा भारत के हृदय स्थल पर स्थित छत्तीसगढ़ की लोक कला व संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डाला गया।


सुवा,गौरी गौरा,करमा,समुह नृत्य कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा आरती व झांकी के साथ की गई। जहां आतिशबाजी करते हुए गर्मजोशी के साथ अतिथि एवं कलाकारों का स्वागत किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मंडी अध्यक्ष संदीप शुक्ला ने बताया कि ग्राम पंचायत पुडू आदिवासी बाहुल्य ग्राम का अंतिम क्षेत्र है। जहां आदिवासी कला संस्कृति संस्कार क्षेत्र में व्याप्त रहा है। छत्तीसगढ़ की मुखिया भूपेश बघेल ने आदिवासी महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया ताकि अन्य देश व राज्य के लोक कलाकारों से छत्तीसगढ़ राज्य के आदिवासी भाई-बहन एक दूसरे की संस्कृति का विचार प्रदान करे।आदिवासियों की रिवाज, रस्म और संस्कार छत्तीसगढ़ की ताकत है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति को आने वाली पीढ़ी जाने इसके लिए लोक कला का आयोजन होना बहुत आवश्यक है।जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान ने अपने उद्बोधन में बताया की लोकगीत संस्कृति को बढ़ाने प्रदेश भूपेश सरकार लगातार कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ के लोक परंपरा को जीवंत रखते हुए लोक नृत्य के माध्यम से फसल कटने का किसान इंतजार करती जिसे फसल कटने के बाद के माध्यम से व्यक्त करते हैं।

छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने ग्रामीणों का उत्साहवर्धन करते हुए बताया कि जब से कांग्रेस की सरकार बनी है छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र की तब से छत्तीसगढ़ की लोक कला छत्तीसगढ़ की संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम हमारे मुख्यमंत्री जी कर रहे हैं। हमारी संस्कृति बहुत ही गौरवशाली संस्कृति है। आदिवासी महोत्सव में 27 अन्य राज्य के निरीक्षक दर्द और 10 अन्य देशों के कलाकार आए थे जहां छत्तीसगढ़ के कला संस्कृति की पहचान हो रही है। खेतों में फसल होने के बाद गांव में करमा नृत्य सहित गाने की अलग-अलग परंपरा है जिससे ग्राम के सभी समुदाय आपस में मिलकर मनाते हैं।संचालन हेमंत सिंह क्रांति द्वारा किया गया।आयोजन को सफल बनाने जनपद सदस्य धन सिंह पोर्ते, ग्राम सरपंच पावे राजेश्वर टोप्पो, सुखमीन पैकरा,मेलन राजेश्वर टोप्पो, मिथिलेश दास मानिकपुरी,राधे यादव, आनंद सिंह गणेश पैकरा,राजेंद्र पांडे, अगर दास,बलदेव पैकरा, मिलन सिंह पैकरा,
लाला निर्मलकर,रवि रावत,राजा रावत,प्रताप मरकाम,सुखसागर दास मानिकपुरी सहित आसपास के ग्रामीण जुटे हुए हैं।

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