
ठा. प्रेम सोमवंशी/कोटा – अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर से संबद्ध शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा की राष्ट्र्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा एनएसएस स्थापना दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया एवं स्वयंसेवकों को मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए अभिमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया. स्वयंसेवक पायल साहू, पूनम ख़ांडे, गीता निर्मलकर एवं आकांक्षा गुप्ता के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य गीत, उठें समाज के लिए उठें, जगें स्वराष्ट्र के लिए जगें प्रस्तुत किया गया. इस अवसर पर राष्ट्र के विकास में युवाओं की भूमिका विषय पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें नितेश कौशिक ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. द्वितीय स्थान मुस्कान शुक्ला एवं तृतीय स्थान मोहन वैष्णव ने प्राप्त किया.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. किशोर मिंज ने अपने उद्बोधन में बताया कि राष्ट्र्रीय सेवा योजना का मूल लक्ष्य समाज सेवा के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास करना है. इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर विद्यार्थियों से अपेक्षा है की जाती है कि वे जिस समाज में काम करते है, उसकी आवश्यकताओं का अनुभव करें, स्वयं में सामाजिक और नागरिक दायित्व बोध की भावना का विकास करें, नेतृत्व के गुणों को धारण करें और राष्ट्रीय एकता को क्रियात्मक स्वरूप दें. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रो. वाई. के. उपाध्याय ने अपने उद्बोधन में युवाओं से आह्वान किया कि वे समाज सेवा के कार्यों को मन लगाकर करें एवं शिक्षा के साथ साथ व्यवहारिक ज्ञान भी अर्जित करें. आज भी हमारे समाज में अशिक्षा, अज्ञानता एवं कुरीतियों का बोलबाला है, ऐसी स्थिति में युवाओं का दायित्व है कि वे इन्हें दूर करने में अपना योगदान दें. विशिष्ट अतिथि राजनीतिशास्त्र विभाग के डॉ. जे. के. द्विवेदी ने स्वयंसेवकों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उनके कर्तव्यों की जानकारी प्रदान की.

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के संरक्षक एवं प्राचार्य प्रो. बी. एल. काशी ने बताया कि युवा किसी भी राष्ट्र के विकास का आईना होते हैं. अनुशासन युवाओं का आभूषण है, राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं को संस्कारित करने का उपक्रम है. एनएसएस का आदर्श वाक्य है -‘मैं नहीं,बल्कि आप’ जो कि मानव सेवा एवं युवा प्रेरणा के प्रतीक पुरूष स्वामी विवेकानन्द के आदर्शों पर चलना सिखाता है. कार्यक्रम अधिकारी शितेष जैन ने कोरोना महामारी के दौरान स्वयंसेवकों के द्वारा किये गए निःशुल्क मास्क, सैनेटाइजर एवं राशन वितरण, रक्तदान, महिलाओं की आत्मरक्षा के लिए पहल, मतदाता जनजागरूकता कार्यक्रम तथा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की उपलब्धियों की जानकारी प्रदान की. उन्होंने इस आयोजन के माध्यम से स्वयंसेवकों से लक्ष्य, आचरण और अनुशासन में संतुलन बनाए रखते हुए स्थापना दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाने की अपील की. इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, कर्मचारी एवं स्वयं सेवकों की सक्रिय सहभागिता रही.